जिंदगी ना मिलेगी दोबारा
यह शीर्षक पढ़ कर आपको रितिक रोशन की फिल्म याद आ गई होगी। जी, आपको वही याद दिलाना भी चाहता हूं।
इन दिनों व्हाट्सएप पर बहुत सारी एडवेंचर एक्टिविटीज के वीडियो वायरल हो रहे हैं। कई बार तो साइकिलिस्ट खतरनाक पहाड़ी इलाकों में साइकिल चलाते हुए नजर आते हैं जहाँ एक छोटी सी भूल और.....
कृपया मेरी बात को अन्यथा ना लें, किन्तु आम तौर पर पाश्चात्य संस्कृति में यह बहुधा प्रचलित होता है, क्योंकि वहां जीवन पर परिवारवाद या समूहवाद की जगह व्यक्तिवाद हावी रहता है जबकि भारत वर्ष में हम अपने लिए कम, और परिवार के लिए ज्यादा जीते हैं। ऐसे में खतरनाक एडवेंचर पर जाना और अपनी जान जोखिम में डालना, पूरे परिवार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। किसी अपने के चले जाने से सभी का जीवन पल भर में बदल जाता है, यह आप भी मानेंगे।
यदि हमें ऐसा लगता है कि जिंदगी दोबारा नहीं मिलेगी अतः कुछ अलग ही कर लें, तो आइए ना कुछ अलग करें।
देखते हैं कितने लोग कुछ अलग करते हैं, जो एडवेंचरस होता है, जैसे सैनिक न सिर्फ जान जोखिम में डालते हैं बल्कि देश की और देशवासियों की रक्षा भी करते हैं। ठीक इसी प्रकार चिकित्सा-कर्मी अपनी व अपनों की परवाह न करते हुए, दूसरों की जान बचाते हैं। और इसी तरह समाजसेवी भी औरों के लिए जीते हैं। मैं ऐसे बहुत सारे लोगों को जानता हूं जो युवावस्था से ही समाज सेवा में जुट जाते हैं। हाल ही में काउंसलिंग के दौरान एक युवती ने यह महसूस किया कि वह समाज सेवा के लिए ही बनी हैं। तब उन्होंने CA पाठ्यक्रम छोड़कर, राजस्थान का एक एनजीओ ज्वाइन किया। एक लब्ध प्रतिष्ठित परिवार की यह कन्या आज अपना पूरा जीवन सामाजिक संगठन को समर्पित कर चुकी हैं।
देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करना हो या कोढ़ियों की सेवा हेतु अपना जीवन अर्पण, इनके सामने दुनिया का कोई adventure कुछ भी नहीं है। तभी कोई व्यक्ति महात्मा या बाबा आमटे बनता है।
आपको नहीं लगता यह सभी लोग अपने जीवन में न सिर्फ कोई एडवेंचर कर रहे हैं, बल्कि जिंदगी ना मिलेगी दोबारा के थीम पर अपनी जिंदगी जी रहे हैं।
तो सिर्फ मौज मस्ती के लिए जान को जोखिम में डालने के बजाए क्यों ना ऐसा किया जाए जिससे देश का, समाज का, लोगों का या पर्यावरण का कुछ भला भी हो जाए। और इन गतिविधियों से जो आनंद प्राप्त होगा ना, वह चिर स्थायी भी होगा - long lasting. 😇🤩
मुझे पूरा विश्वास है कि आपको मेरी यह सोच पसंद आएगी। आइए ऐसा adventure करें, जो किसी के काम आए, ना कि हमारी जान जाए और परिवार पर मुसीबत आए।
हमारा यह एडवेंचर छोटा ही सही लेकिन लोक हित में हो।